आजादी के 75 वर्ष तक का सफर (अजय तिवाड़ी):- भारत ने अपनी आजादी के 75 वर्ष देख लिए हैं और इन 75 वर्षों में भारत ने निश्चित रूप से उपलब्धियां भी हासिल की हैं जिसमें आजादी के बाद देश में हर एक सरकारों का योगदान रहा , आज भारत उद्योग , परिवहन क्षेत्र चाहे वह सड़क, रेलमार्ग या फिर हवाई पट्टियों या हवाई अड्डों के निर्माण के क्षेत्र में काफी आगे बढ़ गया है, पूर्व प्रधानमंत्री स्वः पामुलपति वैंकट नरसिम्हाराव की विश्व व्यापार संगठन की नीतियों को भारत के हित में बेहतर ढंग से लागू करने वाली आर्थिक सुधारीकरण की नीतियों ने भारत को दुनियाभर के औद्योगिक कम्पनियों को भारत मे निवेश के लिए प्रोत्साहित किया,
वहीं देश में आम आदमी की आय में बढोत्तरी हुई आज लगभग भारत के हर चौथे व्यक्ति के पास अपना घर है अपना चौपहिया वाहन है और देश की साठ प्रतिशतः से अधिक की आबादी ने आर्थिक तरक्की की है जो कि एक अच्छी उपलब्धि है इसके साथ ही राज्यों में स्वास्थ्य सेवाओं मे भी बहुत अधिक नही तो सुधार तो हो रहा है अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थानों की शाखायें राज्यों में खुल रही हैं यद्यपि अब भी हमारा ग्रामीण भारत आज भी बुनियादी सुविधाओं शिक्षा स्वास्थ्य सड़क और संचार से लगभग वंचित ही है देश के सीमावर्ती और दूर दराज के इलाकों में आज भी लोग इन सुविधाओं के अभाव में जीवन व्यतीत कर रहे हैं,आजादी के 75 वें वर्ष में आज एक राष्ट्र के रूप में जहां भारत आर्थिक और सामरिक रूप से मजबूत बनने की ओर बढ़ रहा है तो वहीं देश के आगे भविष्य में चुनौतियां भी सर उठा रही हैं जनसंख्या में बेतहाशा वृद्धि, बेरोजगारी, मंहगाई, मजहबी धार्मिक कट्टरता में वृद्धि, भाषाई और क्षेत्रीय अलगाववाद, आतंकवाद और चीन और पाकिस्तान जैंसे देशों से भविष्य में उत्पन्न होने वाली चुनौतियों के लिए तैयार रहने के लिए एक राष्ट्र के रूप में मजबूत कार्य योजना की आवश्यक्ता होगी , आजादी के 75 वर्ष बाद जातिगत भेदभाव में निश्चित रूप से काफी कमी आई है जिसमें भेदभाव रोकने के लिए कठोर कानून भी सहायक हुए हैं लेकिन फिर भी देश के कुछ भागों में इस तरह की शर्मनाक घटनायें सुनाई देती हैं जिन पर हर हाल में रोक लगनी चाहिए ।यद्यपि विश्वव्यापी करोना महामारी ने दुनिया की आर्थिक महाशक्तियों तक को हिला दिया था फिर भी भारत ने निश्चित रूप से कोरोना की विभीषिका का मजबूती से सामना किया एक अरब चालीस करोड़ की आबादी का कोविड़ के खिलाफ टीकाकरण एक उपलब्धि है, आज भारत के सीमान्त क्षेत्र सड़क , रेलमार्ग और संचार सुविधाओं से धीरे धीरे ही सही जुड़ रहे हैं देश ने अपनी आजादी के 75 वर्षों मे निश्चित रूप से उपलब्धियां हासिल की हैं लेकिन आगे देश के आगे बड़ी चुनौतियां भी आने वाली हैं जिनसे पार पाने के लिए कभी कभी कुछ अलोकप्रिय कदम भी उठाने पड़ते हैं तभी राष्ट्र मजबूत होता है। सभी देशवासियों को आजादी के 75वे वर्ष जिसे पूरा देश अमतृ महोत्सव के रूप मे मना रहा है स्वतंत्रता दिवस की हार्दिक शुभकामनाएं - अजय तिवाड़ी।।
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