कोटद्वार (अलग खबर):- उत्तराखंड क्रांति दल ने रविवार को कण्व आश्रम को विश्व के पटल मे पहचान दिलाने के लिए कलालघाटी बाजार से कण्व आश्रम तक तिरंगा यात्रा निकाली। सर्वप्रथम कलालघाटी बाजार में ध्वजारोहण कर राष्ट्रगान गाया गया। उसके बाद यात्रा को यात्रा का शुभारंभ पौड़ी, चमोली, रुद्रप्रयाग जनपद के प्रभारी आनंद प्रकाश जुयाल ने किया।
यात्रा के दौरान यूकेडी कार्यकर्ताओं ने भारत माता की जय, वंदे मातरम व मेरा भारत महान के नारे लगाए। कण्व आश्रम पहुंचने पर यात्रा सभा के रूप में तब्दील हो गई इस अवसर पर वक्ताओं ने कहा कि राष्ट्रीय एकता, अखंडता का संदेश देने वाले कण्व आश्रम में 1955 में तत्कालीन मुख्यमंत्री डॉक्टर संपूर्णानंद द्वारा 2 कमरों का आवास बनाया गया था, जो अब खंडहर हो चुके हैं और तब से अब तक कण्व आश्रम उपेक्षा का दंश झेल रहा है। जिससे यूकेडी चिंता ग्रस्त है। कहां कि यात्रा का मकसद प्रधानमंत्री को संदेश देने के साथ-साथ कण्व आश्रम का गौरवमयी ढंग से विकास करना है। इस अवसर पर डॉक्टर शक्ति शैल कपरवान्न, महेंद्र सिंह रावत, गुलाब सिंह रावत, हरीश द्विवेदी, जगदीपक रावत, राम सिंह चौहान, प्रकाश बमराडा, हयात सिंह गुसाईं, सतेंद्र नेगी, विनय भट्ट, यतेंद्र भट्ट, विक्रम सिंह सहित सैकड़ों यूकेडी कार्यकर्ता मौजूद थे। उत्तराखण्ड क्रान्तिदल के स्तमाभ पुरुष कहलाने वाले वरिष्ठ यूकेडी नेता महेन्द्र सिंह रावत ने अलग खबर डाॅट काम से दूरभाष पर वार्ता में कहा कि तिरंगा किसी एक राजनैतिक पार्टी अथवा समूह का नही यह देश की आन बान और शान का प्रतीक है तथा भारत की आजादी के 75 वें वर्ष में तिरंगे को उठाकर आज हर भारतीय स्वंय को गौरवान्वित महसूस कर रहा है , उक्रांद नेता महेन्द्र सिंह रावत ने कहा कि पृथक राज्य आंदोलन में भी हमने तिरंगे को उठाकर राज्य की लड़ाई लड़ी तथा आज पृथक उत्तराखण्ड वास्तविकता का रूप ले चुका है , उन्होने देश के हर नागरिक को तिरंगा यात्रा में बढ़चढ़ कर शामिल होने का आवाहन किया।।।अलग खबर।
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