दो लगातार शर्मनाक हार और भारत एशिया कप क्रिकेट प्रतियोगिता से बाहर. एक अरब पचास करोड़ की आबादी वाला देश इन खिलाड़ियों के प्रदर्शन से दुखी हैं। दोनों मैचों मे ये 11 खिलाड़ी एक टीम के रूप में नही खेल पाये व्यक्तिगत प्रदर्शन से कोई देश जीतता नही।
भुवनेश्वर कुमार, के• एल• राहुल• ऋषभ पंत, का दोयम दर्जे का प्रदर्शन भारत को और भारत के क्रिकेट प्रेमियों को निराश कर गया।विराट कोहली को प्रतियोगिता के बीच में खुद को कप्तानी से हटाने की खीज है और वे इसे मीडिया को साझा करते हैं , विराट को समझना चाहिए देश और क्रिकेट के चलते ही उनकी पहचान है क्रिकेट ने उन्हें बहुत कुछ दिया है कोई भी सदैव कप्तान नही रहता और ना ही सदैव एक खिलाड़ी महान कपिल देव , सचिन तेंदुलकर, महेन्द्र सिंह धोनी से भी कप्तानी गई थी लेकिन महत्वपूर्ण देश के लिए खेलना है।
विराट के मन से कप्तानी से हटाने की खीज गई नही है और उसका असर उनके प्रदर्शन पर भी पड़ा है।वहीं कप्तान रोहित शर्मा की कप्तानी भी प्रश्नों के दायरे मे है वे अच्छे बल्लेबाज हैं लेकिन एक बेहतरीन कप्तान नही हैं जब कोई गेंदबाज विकेट लेकर विपक्षी टीम पर दबाव बनाता तो अगले ओवर में रोहित उसे बदल रहे थे इसके साथ ही भारत को अब भुवनेश्वर कुमार , के• एल• राहुल और ऋषभ पंत की 20-20 विश्वकप से सदैव के लिए छुट्टी करनी चाहिए पंत टेस्ट क्रिकेट के लिए ठीक है लेकिन T20के लिए नही देश में तेज गेंदबाजों की खोज होनी चाहिए।
आईपीएल तथा राजनैतिक हस्तक्षेप ने भारतीय क्रिकेट को शर्मनाक दिन देखने को मजबूर किया है राहुल द्रविड़ और सलेक्शन कमेटी की छुट्टी कर नई चयन समिति और कोच की तलाश करें देशवासियों को इस तरह लगातार शर्मनाक प्रदर्शन कर इन क्रिकेटरों ने क्रिकेट को जुनून की हद तक पसंद करने वाले भारतवंशियों को बेहद गमगीन और निराश कर दिया है।(अलग खबर)।।।।


