भारत पाकिस्ता के मैगा मुकाबले पर प्रशंसकों की नजर , कौन बनेगा विजेता !-(अजय तिवाड़ी)- भारत और पाकिस्तान परंपरागत प्रतिद्वंदी है, दोनों देश एक दूसरे के दुश्मन भी हैं और पड़ौसी भी , दोनों देशों की जनता चाहती है वे एक दूसरे से ना हारें भले दुनिया की कमजोर से कमजोर टीम से हार जायें लेकिन पाकिस्तान और भारत से हार दोनों देशों की जनता को बर्दाश्त नही होता और जो भी हार के लिए जिम्मेदार ठहराया जाता है समझो उसकी तो लानत मलानत। क्रिकेट के लिए दोनों देशों मे जुनून इतना कि अपने देश की हार पर लोग अपने मंहगे टीवी सेट तक फोड़ डालते हैं ।संयुक्त अरब अमीरात की धरती पर आज रात सात बजे से एक बार पुनः दो कट्टर दुश्मन देश मैदान पर एक दूसरे के खिलाफ जोर आजमाइश करते नजर आयेंगे।
अगर बात करें पाकिस्तान की तो उनके मुख्य गेंदबाज शाहीन अफरीदी चोटिल हैं इसके बावजूद पाकिस्तान की गेंदबाजी में धार है तथा तेज गेंदबाजी उनकी ताकत है।बल्लेबाजी मे बाबर आजम ने यद्यपि अब तक एशिया कप में अपनी योग्यता के अनुरूप प्रदर्शन नही किया है लेकिन यह प्रतिभाशाली क्रिकेटर किसी भी दिन अपने रंग मे आकर मैच का रुख बदल सकता है।भारत को आलराउण्डर रवीन्द्र जड़ेजा की कमी आज निश्चित रूप से खलेगी।भारत की चिंता कमजोर गेंदबाजी आक्रमण भी है , मुख्य गेंदबाज जसप्रीत बुमराह , मुहम्मद समी चोट के चलते टीम से बाहर हैं, और रवीन्द्र जड़ेजा के चोटिल होकर टीम से बाहर होने के चलते गेंदबाजी में विकल्प और कम हो गये हैं , अगर गेंद स्विंग ना हो रही हो तो भुवनेश्वर कुमार एक साधारण गेंदबाज नजर आते हैं ।कमजोर गेंदबाजी को अच्छी बल्लेबाजी कर भारत पाकिस्तान पर दबाव बना सकता है , लेकिन रोहित शर्मा , विराट कोहली और के• एल• राहुल को बड़े मैच में बड़ी पारी खेलनी होगी।के• एल• राहुल बड़े मुकाबलों मे अब तक बेहतर प्रदर्शन नही कर पाये हैं लेकिन टीम प्रबंधन उन्हें बार बार मौका दे रही है।वहीं विराट कोहली ने कमजोर हांगकांग के खिलाफ रन तो बनाये लेकिन इस तरह की पारी की दरकार आज के मैच मे उनसे होगी विराट कोहली भी अपने क्रिकेट कैरियर के ढलान पर हैं तथा
टीम प्रबंधन को विश्व कप तक उनके विकल्प की तलाश कर लेनी चाहिए , राहुल , रोहित और विराट की तिगड़ी पर आज बड़ी जिम्मेदारी होगी नही तो इनके भविष्य पर भी अब सवाल उठने शुरु हो जायेंगे ।कुल मिलाकर संयुक्त अरब अमीरात के रेगिस्तान में दो पैदाइशी दुश्मन देशों के बीच क्रिकेट के महामुकाबले की प्रतीक्षा दोनों देशों की जनता कर रही है तथा अपने देश की हार स्वीकार्य किसी को भी नही हर आखिर क्रिकेट का जुनून ही दोनों देशों मे हद से अधिक है। (अजय तिवाड़ी)।



